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Showing posts from September, 2017

अधिकारियों को नहीं परिवाह किसान जूझ रहा है बेगुनाह

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अधिकारियों को नहीं  परिवाह किसान जूझ रहा है बेगुनाह मौदहा हमीरपुर  मौदहा नगर में स्थित इफको खाद भंडार नंबर 3 में 12:00 बजे तक ताला पड़ा रहता है जबकि किसान सुबह 5:00 बजे से आकर भूखे-प्यासे खाद लेने की आस में लाइन लगाकर बैठ जाते हैं परंतु अभी तक खाद भंडार का ताला भी नहीं खुल सका जिससे किसानों को तिलमिलाती मिलाती धूप में जूझना पड़ रहा है और इस बात की खबर आला अधिकारियों को भी नहीं लग रही है खाद्य लेने की आश में बैठे किसान

डी.एम.की उम्मीदों पर कर्मचारी फेर रहे पानी

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मौदहा हमीरपुर डी.एम.की उम्मीदों पर कर्मचारी  फेर रहे पानी   मौदहा विकास खंड क्षेत्र के पाटनपुर में शौचालयों को लेकर बड़ी ही दयनीय स्थिति देखने को मिल रही है जबकि जिलाधिकारी के सख्त आदेश है कि जिले को किसी भी हालत में खुले में शौच मुक्त बनाना है जो कागजों तक ही सीमित रह गया है क्योंकि ग्राम पंचायत स्तर के अधिकारी इस योजना को एक गुड्डे गुड्डी का खेल समझकर खेल रहे हैं 3 महीने पहले प्रथम किश्त दी गई थी जिसके बाद से प्रधान व सचिव गरीबों का लगातार उत्पीड़न करने के लिए उनसे पैसे मांग रहे हैं ना देने पर दूसरी किस्त नहीं दी जाएगी और बोला जाता है कि सब कुछ अब हम ही थोड़ा कराएंगे आप अपने पैसा भी लगाओ तब लोगों ने भाजपा सरकार पर भी आरोप झड़ने से हाथ नहीं पीछे खींचे और अधिकारियों के साथ साथ सरकार को भी भ्रष्ट बताया है

अज्ञात कारणों के चलते महिला ने लगाई फांसी

मौदहा हमीरपुर अज्ञात कारणों के चलते महिला ने लगाई फांसी मौदहा कोतवाली क्षेत्र के छिरका का गांव में  एक महिला ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी हालांकि उसका पति भी घर में नहीं था छिरका निवासी उर्मिला पत्नी राम मूरत ने फांसी लगाकर जान दे दी हालांकि लोगों की माने तो महिला मानसिक रुप से विक्षिप्त थी इससे परेशान होकर मायके वालों ने भी बहुत इलाज कराया था परंतु वह सही नहीं हुई और अंत में उसने आत्महत्या कर ली जिससे परिवारजनों को सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया खबर लिखे जाने तक घटनास्थल पर पुलिस नहीं पहुंची थी

अज्ञात कारणों के चलते लड़की ने फांसी लगाकर जान दी

मौदहा हमीरपुर ११-०९-२०१७ अज्ञात कारणों के चलते लड़की ने फांसी लगाकर जान दी  विवांर थाना क्षेत्र के पाटनपुर गांव में एक लड़की ने फांसी लगाकर जान दे दी हालांकि फांसी लगाने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है और परिजनों की माने तो उनका या उनकी बेटी का कभी किसी से कोई झगड़ा नहीं है और घर में बेटी के पिता भी नहीं है केवल घर में मां और बेटी ही रहती हैं पाटन पुर निवासी मोहिनी पुत्र राजकिशोर बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा है और वह पास के कस्बे में किसी इंस्टिट्यूट में कंप्यूटर सीखने भी रोज जाती थी और रोज की तरह कल भी गई हुई थी परंतु आज शनिवार की रात उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी जिससे पूरे मोहल्ले में कोहराम मचा हुआ है फांसी लगाने की जानकारी कब लगी जब मां के पास बेटी नहीं दिखी तभी मां ने सब जगह ढूंढा घर में शुरू कर दिया अचानक इस स्थिति में बेटी को देख कर रो रो कर जोर से चिल्लाने लगी जिससे लोगों का जमावड़ा लग गया

गणेश महोत्सव का धूमधाम से किया समापन

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गणेश महोत्सव का धूमधाम से किया समापन मौदहा हमीरपुर गणेश महोत्सव के आज समापन होने के बाद गणेश की पूजा अर्चना एवं श्रंगार करने के पश्चात गणेश प्रतिमा की शोभायात्रा पूरे नगर में भ्रमण करते हुए विसर्जित की गयी। शोभा यात्रा में कमेटी के सदस्य सड़कों पर जयकरों के गगनभेदी नारे लगाते हुए गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस फिर जल्दी आ से माहौल भक्तिमय हो गया। इस भव्य शोभा यात्रा के दौरान सभी भक्त आपस में अबीर गुलाल की बौछार करते हुए चल रहे थे। शोभा यात्रा में आकर्षक झांकी सजी हुई थी। नगर में कई जगहों पर भक्तों ने गणेश जी की आरती उतारकर उनका तिलक किया। शोभा यात्रा में नगर में जगह-जगह लोग प्रसाद भी वितरित कर रहे थे। नगर भ्रमण करते हुए गणपति की मूर्ति  विसर्जित कर दिया गया।

ग्राम प्रधान की मार से मजदूर लाचार

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मौदहा हमीरपुर ग्राम प्रधान की मार से मजदूर लाचार मौदहा विकासखंड क्षेत्र के करहिया ग्राम प्रधान शिवशरण के द्वारा मजदूरों पर खुलेआम पेट में लात मारी जा रही है यानी कह सकते हैं कि एक तरफ उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार  मजदूरों व नवयुवकों के लिए उत्तर प्रदेश के अपने क्षेत्र में ही रोजगार देने की बात कर रही है वही देखने को यह मिलता है कि करहिया ग्राम प्रधान अपने ग्राम पंचायत के अंतर्गत सारे कार्य मनरेगा हो या इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी कार्य हो JCB के द्वारा ही कराए जाते हैं जिस पर प्रशासन भी कोई अंकुश नहीं लगा रहा है और प्रशासन मौन हाथ में हाथ रखकर बैठा है हालांकि यह बात तो तय है की हमीरपुर जिले में ही नहीं पूरे बुंदेलखंड में आए दिन प्रधानों से संबंधित समस्याएं आयोजित तहसील दिवस व उप जिलाधिकारी महोदय के पास तक पहुंचती हैं परंतु फिर भी प्रशासन हाथ में हाथ रखकर मौन बैठा हुआ है जबकि भाजपा सरकार के वादे थे परिवर्तन लाएंगे देश बचाएंगे और सबका साथ सबका विकास इन वादों को देख कर लगता है कि भाजपा सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतर पा रही है और ग्राम प्रधान अपनी मनमानी से कार्य क...
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मौदहा हमीरपुर देश का भविष्य इस तरह लटक कर जाता है शिक्षा पाने के लिए  मौदहा नगर में टेंपो की समस्या नहीं है फिर भी बच्चों को इस तरह लटक कर स्कूल जाना पड़ता है और यह कोई  कोई बड़ी आपदा से कम नहीं है   बच्चों को मजबूरन शिक्षा लेने के लिए चाहे जिस तरह जाना पड़े तो बच्चे तो स्कूल जाएंगे ही परंतु ना तो मां-बाप का और ना ही शिक्षकों का यह फर्ज बनता है कि बच्चे इस प्रकार विद्यालय जाएं यह तस्वीरें रहमानिया इंटर कॉलेज के पास की हैं जिसे देखकर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते है क्योकि यह पता नहीं है कि बच्चों का पता नहीं कब कैसे हाथ छूट जाए और बच्चा गिर जाए घायल हो जाए इसकी फ़िक्र प्रशासन को भी नहीं है जबकि कस्बे में अवैध टेंपो व नबालकों द्वारा टेंपो चलाने पर रोक लगाना चाहता था परंतु प्रशासन के ना चाहने पर कार्यकर्ता व समाजसेवियों को अपने हाथ सिकोड़ने पड़ गए है 

बुन्देलखंड में अन्ना प्रथा दुरस्त किसान पस्त

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बुन्देलखंड में अन्ना प्रथा दुरस्त किसान पस्त       बुंदेलखंड भारत का एक विख्यात हिस्सा है इतना ही नहीं बुंदेलखंड की भूमि एक वीर भूमि के नाम से भी जानी जाती है फिर भी आज हमारे किसान भाइयों को इस अन्ना जानवरों के मुद्दे से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है आइए जानते हैं क्या है अन्ना प्रथा....?   अन्ना प्रथा कोई विपदा नहीं है परंतु आप हम सभी लोगों की ही कमियों के चलते इन समस्याओं से जूझना पड़ रहा है क्योंकि चार छः वर्ष पूर्व हम लोग जानवरों को केवल फसल कटने के बाद अर्थात चैत्र बैसाख के समय ही जानवरों को छोड़ते थे और   महीने दो   महीने के बाद सभी मजदूर व किसान भाई अपने - अपने जानवरों को बांध लेते थे परंतु पिछले दो चार   सालों से कुछ ऐसा चला आ रहा है कि हम लोग अपनी   गायों, बछड़ों व बैलों को महत्व ना देते हुए उन्हें पीछे छोड़ते चले आ रहे हैं अन्ना प्रथा का बढ़ता प्रकोप अन्ना मवेशियों का बढ़ना तो एक विशेष कारण यह भी बनता है कि दो तीन   वर्ष पहले बुंदेलखंड में भारी सूखा या   कह सकते हैं की   जल संकट पर...