मौदहा हमीरपुर
मौदहा विकास खंड क्षेत्र के पाटनपुर गांव में नगर फेरी फूल डोल ,नाग नाथन कंस मेले का आयोजन पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्ष व धूमधाम के साथ मनाया गया
इस कार्यक्रम का आयोजन समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से पिछले साल से किया जा रहा है जिसमें हजारों लोग कंस वध व नाग नाथन जैसे अन्य झांकियों को देखने के लिए आते हैं
21 झॉकियां ट्रैक्टरों में झांकी सजाकर पूरे गांव में नगर तेरी की जाती है
जिसमें भगवान श्री कृष्ण की लीला रासलीला करते हुए पूरे गांव में झांकियां निकाली जाती हैं और अंत में सारी झांकियां बहादुर तालाब में कंस वध व नाग नाथन के रूप में समापन किया जाता है इस कार्यक्रम में समस्त ग्राम वासियों का बहुत ही सुंदर सहयोग रहता है और इतने बड़े कार्यक्रम को एक छोटे से गांव में भव्य रुप से मना कर लोगों को भगवान श्री कृष्ण की रासलीला व अन्य कार्यक्रमों के द्वारा याद किया जाता है
जैसा कि इस कार्यक्रम का आयोजन बीते वर्ष से प्रारंभ किया गया था हालांकि पहले वर्ष इस कार्यक्रम में इतनी भव्यता नजर नहीं आई परंतु इस बार के आयोजित कार्यक्रम में भगवान श्री कृष्ण के भक्तों की संख्या लगभग हजारों तक पहुंच गई और यह कार्यक्रम बड़ी ही शांति व्यवस्था से आयोजित किया गया जिसमे पुलिस प्रशासन का भी अच्छा योगदान रहा है पुलिस प्रशासन की व्यवस्था इस वजह से की जाती है ताकि कार्यक्रमों में कोई व्यवधान पैदा ना हो सके
मौदहा विकास खंड क्षेत्र के पाटनपुर गांव में नगर फेरी फूल डोल ,नाग नाथन कंस मेले का आयोजन पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्ष व धूमधाम के साथ मनाया गया
इस कार्यक्रम का आयोजन समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से पिछले साल से किया जा रहा है जिसमें हजारों लोग कंस वध व नाग नाथन जैसे अन्य झांकियों को देखने के लिए आते हैं
21 झॉकियां ट्रैक्टरों में झांकी सजाकर पूरे गांव में नगर तेरी की जाती है
जिसमें भगवान श्री कृष्ण की लीला रासलीला करते हुए पूरे गांव में झांकियां निकाली जाती हैं और अंत में सारी झांकियां बहादुर तालाब में कंस वध व नाग नाथन के रूप में समापन किया जाता है इस कार्यक्रम में समस्त ग्राम वासियों का बहुत ही सुंदर सहयोग रहता है और इतने बड़े कार्यक्रम को एक छोटे से गांव में भव्य रुप से मना कर लोगों को भगवान श्री कृष्ण की रासलीला व अन्य कार्यक्रमों के द्वारा याद किया जाता है
जैसा कि इस कार्यक्रम का आयोजन बीते वर्ष से प्रारंभ किया गया था हालांकि पहले वर्ष इस कार्यक्रम में इतनी भव्यता नजर नहीं आई परंतु इस बार के आयोजित कार्यक्रम में भगवान श्री कृष्ण के भक्तों की संख्या लगभग हजारों तक पहुंच गई और यह कार्यक्रम बड़ी ही शांति व्यवस्था से आयोजित किया गया जिसमे पुलिस प्रशासन का भी अच्छा योगदान रहा है पुलिस प्रशासन की व्यवस्था इस वजह से की जाती है ताकि कार्यक्रमों में कोई व्यवधान पैदा ना हो सके
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